-->

Recent Posts

Saturday, 5 November 2016

* प्रकाश का परावर्तन :

* प्रकाश का परावर्तन : जब प्रकाश की किरण किसी चमकीले सतह से या परावर्तक पृष्ठ से टकराता है तो यह उसी माध्यम में पुन: मुड़ जाता है जिस माध्यम से यह आता है | इस परिघटना को प्रकाश का परावर्तन कहते है | प्रकाश का परावर्तन हमेशा अपारदर्शी वस्तुओं से...
Read more

* परावर्तन का नियम

* परावर्तन का नियम हम किसी वस्तु को कैसे देख पाते है ? वस्तु पर पड़ने वाले प्रकाश को वस्तु परावर्तित कर देती है, यह परावर्तित किरण जब हमारी आँखों के द्वारा ग्रहण किया जाता है तो यह परावर्तन वस्तु को आँखों के द्वारा देखने योग्य बनाता है | loading......
Read more

Thursday, 3 November 2016

* जीवाश्मों की आयु का आंकलन :

* जीवाश्मों की आयु का आंकलन :  (i) खुदाई द्वारा /सापेक्ष पद्धति द्वारा : खुदाई करने पर पृथ्वी की सतह के निकट वाले जीवाश्म गहरे स्तर पर पाए गए जीवाश्मों की तुलना में अधिक नए होते है जबकि गहरे स्तर पर पाए गए जीवाश्म पुराने होते है | (ii) फॉसिल...
Read more

* विकास एवं वर्गीकरण

* विकास एवं वर्गीकरण अभिलक्षण (Characteristics) : बाह्य आकृति अथवा व्यवहार का विवरण अभिलक्षण कहलाता है। दूसरे शब्दों में, विशेष स्वरूप अथवा विशेष प्रकार्य अभिलक्षण कहलाता है। हमारे चार पाद होते हैं, यह एक अभिलक्षण है। पौधें में प्रकाशसंश्लेषण होता...
Read more

* जाति उदभव का कारण:

* जाति उदभव का कारण: (i) अनुवांशिक विचलन (Genetic Drift) : किसी एक समष्टि की उत्तरोतर पीढ़ियों में सापेक्ष जींस की बारंबारता में अचानक परिवर्तन का उत्पन्न होना अनुवांशिक विचलन कहलाता है | (ii) भौगोलिक पृथक्करण (Geographical Isolation) : किसी जनसंख्या...
Read more

* लिंग निर्धारण

* लिंग निर्धारण लैंगिक जनन में अलग-अलग स्पीशीज लिंग निर्धारण के लिए अलग-अलग युक्ति अपनाते है | • कुछ पूर्ण रूप से पर्यावरण पर निर्भर करते हैं | • कुछ प्राणियों में लिंग निर्धारण निषेचित अंडे (युग्मक) के ऊष्मायन ताप पर निर्भर करता है कि संतति ...
Read more

* वंशागति का नियम :

* वंशागति का नियम : मंडल द्वारा प्रस्तुत वंशागति के दो नियम है | 1. एकल संकरण वंशागति तथा विसंयोजन का नियम : loading... var SC_CId = "211573",SC_Domain="n.ads3-adnow.com";SC_Start_211573=(new Date).getTime(); यह वंशागति का पहला नियम है : किसी...
Read more

WorldGujjars © 2014. All Rights Reserved | Powered By Blogger | Blogger Templates

Designed by- Dapinder