अंगूठा छोटा और मोटा हो
समुद्रशास्त्र के अनुसार जिन व्यक्तियों का अंगूठा छोटा और मोटा होता है वह बड़े ही क्रोधी होते हैं। ऐसे व्यक्ति बुद्घि और विवेक की बजाय भावुकता से काम लेते हैं। ऐसे व्यक्तियों को सफलता के लिए बौद्घिकता योग्यता को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
ऐसे व्यक्ति जल्दी बहकावे में आ जाते हैं
जिन व्यक्तियों के अंगूठे का ऊपरी भाग अधिक पतला होता है उनमें आत्मबल की कमी होती है। ऐसे व्यक्ति दूसरों की बातों और विचारों से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं। इनमें निर्णय क्षमता की कमी होती है।
बुद्घिमान होते हैं ऐसे अंगूठे वाले
जिन व्यक्तियों के अंगूठे का दूसरा पोर पहले और तीसरे पोर से अधिक पतला होता है वह बड़े ही समझदार और दूरदर्शी होते हैं।
ऐसे व्यक्ति कोई भी निर्णय सोच-समझकर उठाते हैं। इनमें अच्छे सलाहकार के गुण पाए जाते हैं। ऐसे व्यक्ति समाज और परिवार में सम्मानित होते हैं।
अंगूठा अगर ऊपर से मोटा है
समुद्रशास्त्र में बताया गया है कि जिस व्यक्ति के अंगूठे का तीसरा पोर यानी यानी ऊपरी भाग अधिक मोटा होता है वह बहुत ही चालक और जिद्दी व्यक्ति होता है।
ऐसे व्यक्ति में भावुकता की कमी रहती है। यह अपने मतलब और फायदे को ध्यान में रखकर ही दूसरों की सहायता करते हैं या उनसे नाता रखते हैं।
अगर आपका अंगूठा यूं मुड़ जाता है
जिन व्यक्तियों का अंगूठा लचीला होता है और पीछे के ओर मुड़ जाता है वह लचीले स्वभाव वाले व्यक्ति होते हैं। ऐसे व्यक्तियों में परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेने की योग्यता होती है। इन खूब धन कमाने की चाहत होती है लेकिन प्रयास करने पर भी धन बचाना इनके लिए कठिन होता है।
यह अपने समय को बेकार नष्ट करने की बजाय कुछ उपायोगी कामों में लगाना पसंद करते हैं। इनके स्वभाव में एक कमी यह होती है कि दूसरों की बातों से जल्दी प्रभावित हो जाते हैं और जल्दी भावुक हो जाते हैं।